न्यूज डेस्क:
प्रत्येक देश जानवरों की रक्षा के लिए जागरूकता फैला रही है। उन्हें संरक्षित रखने के उपाय किये जाते हैं। उसके लिए कई कानून तक बनाए जा चुके हैं। लेकिन लोगों पर नहीं तो कानून का असर होता है और नहीं संवदेना का। कुछ लोग बदले की आग में जानवरों से ऐसी क्रूरता दिखाते हैं कि देखनेवाले और सुनने वाले सभी अचंभित रह जाते हैं। एक ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है जिसमें बदले की आग में लोगों ने एक साथ एक-दो नहीं बल्कि लगभग 300 मगरमच्छ को मौत के घाट उतार दिया। मगरमच्छों को यह मौत की सजा एक व्यक्ति को काटने के कारण दी गई। मगरमच्छ के काटने के कारण एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। ज्ञात हो कि मगरमच्छों को संरक्षित जीव माना जाता है।

जानकारी के अनुसार मगरमच्छों के मारने का यह मामला इंडोनेशिया के सोरोंग जिले का है। जहां शनिवार को पापुआ प्रांत में एक व्यक्ति की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने 292 मगरमच्छों को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस और संरक्षण अधिकारी ने बताया कि 48 साल का सुगिटो अपने पशुओं के चारे के लिए घास ढूंढने गया था। इसी समय वह मगरमच्छों के एक बाड़े में गिर गया। बाड़े में गिरते हीं सुगिटो के एक पैर को मगरमच्छ ने काट लिया था और एक मगरमच्छ के पिछले हिस्से से टकराकर उसकी मौत हो गई। इससे गुस्साये लोग उस व्यक्ति के अंतिम संस्कार के बाद चाकू, छुरा और खुरपा लेकर फार्म पहुंच गए और चार इंच लंबे बच्चों से लेकर दो मीटर तक के 292 मगरमच्छों को मार डाला। पुलिस और अधिकारी ने बताया कि वह गुस्साई भीड़ को रोक पाने में असमर्थ थे। इस मामले की जांच की जा रही है और आपराधिक आरोप भी तय किए जा सकते है।
दूसरी ओर गुस्साये लोगों का कहना है कि आवासीय इलाके के पास फार्म रहने से यह घटना हुई है। इस फार्म को हटाने की के लिए कई बार अनुग्रह किया गया लेकिन कुछ नहीं हुआ। स्थानीय संरक्षण एजेंसी के प्रमुख बसर मनुलांग ने कहा कि उन्हें बताया गया कि फार्म मुआवजा देने को तैयार है।