अनंत अमित:
राजनीति में आप क्या करते हैं और क्या बोलते हैं, इसकी काफी अहमियत है। एक के बाद एक कई घटनाओं को लेकर लोगों के बीच चर्चा का विषय बने केंद्रीय राज्यमंत्री जयंत सिन्हा पर अब दर्जनों पूर्व नौकरशाहों ने हमला बोला है। ये नौकरशाह लामबंद हुए और उनके खिलाफ पार्टी और सरकार के कई लोगों तक शिकायत पहुंचा रहे हैं। यहां गौर करने योग्य यह भी है कि यह लामबंद होने की प्रक्रिया उस समय शुरू हुई, जब जयंत सिन्हा के पिता व पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा ने कहा कि वे नालायक बेटे के पिता हैं।
असल में, मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त जूलियो रिबेरो , पूर्व सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला और 41 अन्य पूर्व नौकरशाहों ने पीट-पीटकर हत्या मामले के आठ दोषियों को माला पहनाने को लेकर केंद्रीय मंत्री जयन्त सिन्हा को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है। पूर्व नौकरशाहों ने बयान जारी कर कहा कि सिन्हा के इस कदम से ‘ अल्पसंख्यकों की हत्या का लाइसेंस प्राप्त होने का ’ संदेश जाता है। उसमें कहा गया है कि इससे इस तरह के आपराधिक मामलों के आरोपियों की ‘ वित्तीय , कानूनी और राजनीतिक मदद ’ को बढ़ावा मिलेगा। बता दें कि जयंत सिन्हा ने मांस कारोबारी अलीमुद्दीन अंसारी की पीट – पीटकर हत्या मामले के दोषियों का जेल से बाहर आने पर पिछले सप्ताह स्वागत किया था। इस बात को लेकर विवाद पैदा हो गया था।
गौर करने योग्य यह भी है कि झारखंड में लोगों की पीट-पीटकर हत्या करने के आरोपियों को माला पहनाने को लेकर निशाने पर आए केंद्रीय मंत्री जयंत सिन्हा की उनके पिता यशवंत सिन्हा ने आलोचना की। यशवंत सिन्हा ने कहा कि पहले वह लायक बेटे के नालायक बाप थे लेकिन अब स्थिति उलट गई है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह अपने पुत्र की करतूत को सही नहीं ठहराते। उन्होंने हाल में भाजपा से इस्तीफा दे दिया था। सिन्हा ने अपने ट्वीट में कहा कि पहले मैं लायक बेटे का नालायक बाप था। अब भूमिका बदल गई है। यह ट्विटर है। मैं अपने बेटे की करतूत को सही नहीं ठहराता। लेकिन मैं जानता हूं कि इससे और गाली-गलौज होगी। आप कभी नहीं जीत सकते।
इस पर झारखण्ड विधानसभा में विपक्ष के नेता और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि यह वाकई निंदनीय है। उधर किसी घटना विशेष का जिक्र किये बगैर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आज ट्वीट किया है कि नफरत और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति हमारे सामाजिक ताने – बाने को अपूरणीय क्षति पहुंचा रही है।