दीप्ति अंगरीश :
मुबारक हो आप लव-शव के कब्जे में कैद हो गए। बस, पहली बार में ही उनसे जिंदगी की कस्में न खाएं। पहली डेट पर थोडा कंटोल में रहें। अपनी छोटी-छोटी गलतियों को नजरअंदाज की जगह अवाइड करें। याद रहे कोई भी रिश्ता इतनी जल्दी नहीं बन जाता। आपका रिश्ता भविष्य में उदाहरण बनें इसके लिए पहली डेट पर छोटी-छोटी मिस्टेक से बचें, क्योंकि फर्स्ट इंप्रेशन इज लास्ट इंप्रेशन।
प्यार शब्द से अनजान नहीं होंगे आप। अजी, बरसों से प्यार, प्यार, प्यार का झुनझुना कभी घरवाले, कभी टीवी का डब्बा, तो कभी फिल्म स्क्रीन पर सितारों से केरोमांटिक डायलॉग में सुनाते आ रहे हैं। असल में प्यार वह रेगिस्तान हैं जहां प्यास तड़पाती नहीं मीठे सुरूर में मदहोशी देती है। ऐसे में फिजाओं में घुले प्यार की महक आपको किसी भी तरह से भटकाव से बचाए रखती है। किसी भी परिस्थिति में अपने प्यारे का हाथ थामे रखने के लिए कटरबंद करती है। यह है असली प्यार की सौंधी महक। इसकी बरकरारी और खोज के लिए सोच थोड़ी व्यापक करनी होगी आपको। अन्यथा खाली हाथ जाएंगे आप या प्यार के नाम पर आपके साथ होगा छलावा।
वैसे तो प्यार कभी सोच-समझकर नहीं होता। लेकिन आज के डिजिटल युग में प्यार को परखना बेहद जरूरी है। वरना प्यार जीवनसाथी नहीं जीवन भर कंटीला कांटा बन जाता है। ऐसे में डेटिंग को नजरअंदाज नहीं करें। जिसके दिल की धड़कने तेज हो जाती हैं, भूख-प्यास काफूर, दिन-रात उसी के ख्यालों में डूबा रहता है। उसे परखना अहम है। प्यार की तलाश के बाद आप चंद लम्हे साथ बीताने का मौका अपने प्यार को जरूर दें। यानी आपकी और उनकी पहली मीटिंग। जहां दोनों को एक-दूजे को जानने, परखने का पर्याप्त अवसर मिलेगा। लेकिन थोडा संभलकर। ऐसा न हो कि पहली डेट में अपनी ‘गुडी पिक्चर’ देने के चक्क्र में ‘रिजेक्ट’ हो जाएं। पहली डेट पर कुछ गलतियों से बचें, ताकि प्यार सदा यादगार रहे।
अतीत छिपाएं नहीं
बहुतेरे कहते हैं कि बेहतर भविष्य के लिए जरूरी है कि पहली मुलाकात पर अपने एक्स ब्याफ्रेंड या गर्लफ्रेंड की चर्चा नहीं करनी चाहिए। समय के साथ पुराने घिसे-पिटे कायदों से बाहर निकलिए। अतीत की बातों को छिपाएं नहीं। अतीत के अच्छे-बुरे तजुर्बे सांझा करें। आपकी पास्ट की चर्चा से सामने वाला आपकी पसंद-नापसंद को बेहतर समझ पाएगा। यही नहीं, हो सकता है कि दूसरी पार्टी का कभी एक्स रहा हो। आप खुलकर कर बात करें। इससे आप दोनों की इमोशनल बॉनडिंग स्ट्रांग होगी।
बनावटी नहीं, ऑरिजनल
कुछ का ज्ञान कहता है कि पहली मुलाकात यानी पहली डेट पर धीरे-धीरे आगे बढें। इतना अच्छा इंप्रेशन जमाएं कि दूसरी मुलाकत के लिए शख्स तड़पता रहे। यह बकवास है। जरा सोचिए कि गुड इंप्रेशन के चक्कर में आप बनावटी व्यवहार का सहारा लेते हैं, लेकिन यह कब तक कायम रह सकता है। पहली डेट पर हमेशा ओरिजनल रहिए। यह आपके लिए अच्छा रहेगा। याद रहे कि प्यार-मोहब्बत के रास्ते इफ-बट्स से नहीं ओरिजनल इमेज से बनते हैं।
टाइम की वैल्यू
कुछ लोगों का मानना है कि पहली डेट पर अपनी वैल्यू बढ़ाने का बेस्ट तरीका है इंतजार कराना। यह घिसा-पिटा फॉर्मूला फ्लॉप है। इंतजार कराने से आपकी वैल्यू बढ़ती नहीं बिगड़ती है। इसे सामनेवाला आपके लिए लेट लतीफ इमेज बना लेता है। किसी कारण आप पहली डेट पर तय समय पर नहीं आ पा रहे तो दूसरे पार्टनर को लेट आने का मैसेज जरूर दें। इससे सामने वाला आपके बारे में ‘जिम्मेदार इंसान’ की छवि बनाएगा। सिटिंग स्टाइल में कमफर्ट झलकें
डेट पर आप सफल रहे इसके लिए लड़को को मशवहरा दिया जाता है कि लड़के क्रॉस बैठें। इससे आत्मविश्वास झलकेगा। यह सरासर गलत है। इससे आप अकडू दिखेंगे। पहली डेट में कमफर्टेबल होकर बैठें।
ना रिसीव, ना कॉल
अधिकांश लोग आपको सलाह देंगे कि डेट पर जाने से पहले ना पहले फोन करें और न तुरंत फोन का जवाब दें। बात करने की जल्दीबाजी ना करें। इससे आपका उतावलापन झलकेगा। आप पहली डेट पर जाने से पहले ऐसा कतई न करें। इससे आपका एटीट्यूट झलकेगा, जो आपकी नेगेटिव इमेज बनाने में देर नहीं करेगा।
शरूआत हो सहज
जाहिर है पहली डेट है, तो फेस टू फेस होने पर हिचक महसूस करना आम बात है। कहां से बात शरू करें, यह लड़का-लड़की दोनों को स्टेस में लाता है। आखिर दोनों ही एक-दूजे के स्वाभाव से परिचित नहीं। किसी अनजान शख्स से बात करना मुश्किल हो सकता है। इसलिए सहज सवालों से बातचीत की शरूआत करें। पहली डेट का आप सक्सेसफुल रिजल्ट चाहते हैं, तो ऐसे मौके पर आप बातचीत निजी सवालों से शुरू कतई न करें। ऐसे सब्जेक्ट पर दोनों ही असहज हो सकते हैं। जिसका सीधा असर डेट के फाइनल रिजल्ट पर पड़ेगा। ऐसे में बातचीत की शरूआत सरल, सहज सवाल से करें, जैसे ‘कल का दिन कैसा रहा? ’ या ‘ आज का शेड्यूल क्या है?’ पहली डेट पर ऐसे सवाल बातचीत शुरू करने का बेहतरीन तरीका है।
टॉकिंग स्टाइल को तवज्जो
माना कि पहली डेट पर मेकअप और कपड़ों पर खास त्वज्जो दी जाती है। माना यह सब जरूरी है, पर इसके साथ-साथ हाव-भाव व बातचीत का अंदाज शालीन होना चाहिए। याद रहे डेट पर सिर्फ कपड़ों व मेकअप को चमचमाने के साथ-साथ इसे नजरअंदाज करने की गलती नहीं करें। सामने वाले को आकर्षित करने के लिए टॉकिंग स्टाइल खास होना चाहिए।
डगमगाएं नहीं
हो सकता कि आप दोनों के स्टेटस में अंतर हो। याद रहे कि आप में कुछ खास होगा तभी आप दोनों डेट पर आएं हैं। स्टेटस के अंतर को देखकर घबराएं या अकड़ें नहीं। इससे पनपने वाले नये रिश्ते पर बुरा असर पड़ सकता है । इसके लिए व्यवहार को संयत रखें और आत्मविश्वास से बातचीत करें। हां, सभ्य लहजे में अपने असल स्टेटस का ज्रिक जरूर करें। ताकि बाद में कोई ख्याली दुनिया में न रह पाए।
सभ्य हों कपड़े
पहला इंप्रेशन जमाने के लिएड्रेसिंग स्टाइल को नजरअंदाज नहीं कर सकते। कई बार डेट लड़कियाँ फंकी दिखने के चक्क्र पर शॉर्ट ड्रेस का चुनाव कर लेती हैं। यह गलत नहीं हैं। पर आप पहली बार शॉर्ट ड्रेस पहन रहें हैं, तो यह सरासर गलत है। इन कपड़ों में आप असहज दिखेंगी, जो आपके उठने-बैठने के स्टाइल में दर्शेगा। यही नही, पहली डेट पर कूल दिखाने के चक्क्र में लड़के कैप्री, स्पोर्ट वॉच, टी शर्ट, स्लीपर्स पहन आते हैं। याद रहे आपका यह आउटफिट पहली मुलाकात में इंप्रेशन डाउन कर देगा।
मीटिंग स्पॉट हो असरदार
डेट को यादगार बनाने के लिए मीटिंग स्पॉट का उम्दा होना जरूरी है। माना सेफटी के लिहाज से पब्लिक प्लेस में मिलाना सौ फीसदी मुफीद है। पहली डेट के लिए कोई रिसॉट, सिनेमा हॉल, पार्क, हिल स्टेशन, बार आादि का चुनाव कतई न करें। माना यह जगहें आपको प्राइवेसी जरूर देंगी, लेकिन इन जगहों का सुनकर ही सामने वाला आपको हमेशा के लिए बाय-बाय कह सकता है। पब्लिक प्लेस में भीड़- भाड़ जरूर होगी, लेकिन किसी भी तरह की अनहोनी से आप बच जाएंगे और इंप्रेशन पर बुरा असर भी नहीं पड़ेगा।