न्यूज डेस्क :
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पटना तो गए थे बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार से मिलकर लोकसभा चुनाव की सीटों को लेकर चल रही उठापटक को शांत करने। दोनों नेताओं के बीच बात भी हुई। रणनीति बनी और ऐलान हुआ कि जदयू और भाजपा साथ-साथ है। मिलकर चुनाव लड़ेंगे और बिहार की सभी 40 सीटें जीतेंगे। पटना से चलते-चलते शाह ने कांग्रेस पर तंज भी कसा और कहा कि कांग्रेस लार टपकाना बंद करे। पटना में शाह को दो लाभ हुए। एक तो जदयू से बात पक्की हो गई, दूसरी भोजपुरी गायिका कल्पना पटवारी को भाजपा में ले आए। बता दें कि असम की रहने वाली कल्पना पटवारी की बिहार के संगीत प्रेमियों में काफी मांग है और पटवारी खुद भी बिहार को कर्मभूमि मानती हैं। पटवारी ने शाह की उपस्थिति में भाजपा की सदस्यता भी ले ली।
पटना में आयोजित भाजपा के एक समारोह में राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, राष्ट्रीय महासचिव भूपेंद्र यादव, केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी सहित कई नेताओं की मौजूदगी में कल्पना ने पार्टी की सदस्यता ली। कल्पपना के भाजपा की सदस्यता ग्रहण करने पर शाह ने उनका भाजपा में स्वागत किया।
सांस्कृतिक कार्यों में लगी रहने वाली कल्पना ने कहा कि उनका संबंध बिहार और असम राज्य से है। इन दोनों राज्यों में आज भाजपा की सरकारें हैं। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के क्रिया-कलाप, उनकी नेतृत्व क्षमता और विजन ने मुझे राजनीति में आने के लिए प्रेरित किया और आज मैं उनके साथ हूं।’ गायिका ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर दो ही राजनीतिक दल हैं- कांग्रेस और भाजपा। कल्पना ने कहा कि भाजपा कांग्रेस से बेहतर सामाजिक कार्य करती है। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता होने के नाते वह अपनी कला से भाजपा के हित में काम करेंगी।
गौरतलब है कि भोजपुरी फिल्म जगत से मनोज तिवारी और रवि किशन दो बड़े दिग्गज पहले से ही भाजपा के सदस्य हैं। मनोज तिवारी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष हैं। कल्पना पटवारी एक लोक गायिका हैं, जो मूलरूप से असम के बारपेटा की रहने वाली हैं। कल्पना भोजपुरी के अलावा कई भाषाओं में गाना गाती हैं। हालांकि, भोजपुरी भाषा उनके लिए प्राथमिकता है। अब तक वह 30 भाषाओं में गाना गा चुकी हैं।